“जाएं” हिंदी भाषा में एक महत्वपूर्ण क्रिया शब्द है जो “जाना” से निकला है। यह शब्द प्रायः किसी स्थान की ओर प्रस्थान करने के लिए उपयोग किया जाता है, विशेष रूप से कई व्यक्तियों के लिए एक साथ आज्ञा, निवेदन या सुझाव देते समय।
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Go का अर्थ
शब्द “Go” का अर्थ होता है कि कोई किसी स्थान की ओर चलने का कार्य करे। यह बहुवचन के लिए प्रयुक्त होता है, जब एक से अधिक लोगों को निर्देश दिया जाता है या सुझाव दिया जाता है कि वे कहीं Go।
उदाहरण:
- कृपया सभी छात्र वर्ग में Go।
- छुट्टी के दिन क्या हम सभी कहीं घूमने Go?
Go का व्याकरणिक स्थान
“जाएं” क्रिया का बहुवचन रूप है और यह मुख्यतः आज्ञार्थक रूप (Imperative Mood) में प्रयुक्त होता है। हिंदी व्याकरण में यह एक समुच्चय आदेश या निवेदन को दर्शाने के लिए उपयोगी है।
अधिक विवरण और व्याकरणिक नियमों को समझने के लिए आप भारत सरकार की वेबसाइट पर उपलब्ध हिंदी व्याकरण गाइड देख सकते हैं:
हिन्दी व्याकरण – भारत सरकार
अन्य संबंधित शब्द और प्रयोग
“Go” के पर्यायवाची शब्द हैं: चलें, निकलें, प्रस्थान करें।
वाक्य में प्रयोग:
- सभी विद्यार्थी पुस्तकालय में जाएं।
- दफ्तर समय से पहुंचने के लिए जल्दी बाहर जाएं।

जाएं शब्द की वास्तविक उपयोगिता
यह शब्द अधिकांश रूप से संवादों, लेखों, एवं वक्तव्यों में दिशानिर्देश या सुझाव देने के लिए काम आता है। इसका अनुपालन सामाजिक और सामूहिक व्यवस्था बनाने में मदद देता है।
अधिक जानकारी के लिए शब्ककोश और व्याकरण से संबंधित वेबसाइटों का सहारा लिया जा सकता है जैसे:
Rekhta Dictionary – जाएं
हिंदवी डिक्शनरी – जाएं
यात्रा या कार्य स्थलों के संदर्भ में जाएं
यदि आप यात्रा, पर्यटन, या कामकाज के संदर्भ में कहीं जाने की सलाह दे रहे हैं, तो “Go” शब्द का प्रयोग बहुत प्रभावशाली होता है। इसे निम्न विषयों में भी जोड़ा जा सकता है:
- छुट्टियों में कहां-कहां Go
- स्वास्थ्य संबंधी मामलों में डॉक्टर के यहाँ कब Go
- सरकारी दफ्तरों या सेवाओं के लिए कब Go
इन सभी विषयों को आपने ब्लॉग में अलग-अलग लेखों में जोड़ कर बेहतर समझ दे सकते हैं (आंतरिक लिंकिंग), जैसे “छुट्टियों में घूमने के लिए सर्वश्रेष्ठ जगहें”, “सरकारी कार्यालय कब Go”, आदि।
निष्कर्ष
“जाएं” शब्द हिंदी भाषा का एक उपयोगी क्रियात्मक स्वरूप है, जो रोजमर्रा के संवाद और लेखन में उपयोगी होता है। इस शब्द के सही प्रयोग से भाषा और संवाद दोनों का सुगमता से विकास होता है। आप भारत सरकार के हिंदी व्याकरण पेज पर जाकर इसके बारे में और विस्तार से जान सकते हैं।
साथ ही, हमारे ब्लॉग पर “हिंदी व्याकरण,” “शब्दार्थ,” और “संवाद कौशल” जैसे अन्य लेख पढ़ना न भूलें (आंतरिक लिंकिंग), जिससे भाषा संबंधी आपकी समझ और भी बेहतर हो सके।
