यह किस्सा लगातार गहराता जा रहा है। विराट कोहली ने रायपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना 84वां शतक जड़ा, जिससे क्रिकेट के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक के रूप में उनकी स्थिति और भी मजबूत हो गई। प्रोटियाज़ के खिलाफ लगातार दो शतकों के साथ, 37 वर्षीय इस दिग्गज ने संदेहियों को चुप करा दिया है और सचिन तेंदुलकर के एक और ऐसे रिकॉर्ड के बेहद करीब पहुँच गए हैं जो कभी अछूता लगता था।
विषयसूची
- विराट कोहली मैच तथ्य
- लगातार शानदार प्रदर्शन: लगातार मास्टरक्लास
- रिकॉर्ड देखें: तेंदुलकर की विरासत का पीछा करते हुए
- गायकवाड़ का सफलता का क्षण
- ये सदियाँ क्यों मायने रखती हैं
- 100 अंतर्राष्ट्रीय शतकों की राह
- आगे क्या होगा?
- पूछे जाने वाले प्रश्न
विराट कोहली मैच तथ्य
| विवरण | जानकारी |
|---|---|
| मिलान | भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका, दूसरा वनडे |
| कार्यक्रम का स्थान | शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम, रायपुर |
| तारीख | 3 दिसंबर, 2025 |
| कोहली का स्कोर | 100+ रन (53वां वनडे शतक) |
| अंतर्राष्ट्रीय शताब्दियाँ | 84 (53 वनडे + 30 टेस्ट + 1 टी20आई) |
| पिछली शताब्दी | 135 बनाम दक्षिण अफ्रीका, रांची (पहला वनडे) |
लगातार शानदार प्रदर्शन: लगातार मास्टरक्लास

कोहली ने प्रोटियाज़ के खिलाफ लगातार दूसरा शतक जड़ा और एक और बेहतरीन बल्लेबाज़ी का नमूना पेश किया जिससे पता चला कि भारत की 2027 विश्व कप की योजनाओं में उनकी अहम भूमिका क्यों है। रांची में 120 गेंदों पर 135 रनों की शानदार पारी के बाद, इस पूर्व कप्तान ने रायपुर में भी अपनी शानदार फॉर्म जारी रखी और एक और ज़बरदस्त प्रदर्शन किया।
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यह कोहली का घरेलू अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 40वां शतक भी था, इस सूची में उनसे आगे केवल सचिन तेंदुलकर ही हैं। रायपुर की पारी ने कोहली की बेजोड़ निरंतरता और घरेलू धरती पर दबाव में अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता को और भी उजागर किया।
रिकॉर्ड देखें: तेंदुलकर की विरासत का पीछा करते हुए
कोहली इस समय शानदार फॉर्म में हैं और अगर वह 2027 तक वनडे क्रिकेट खेलते रहे, तो उनके पास तेंदुलकर के एक और विश्व रिकॉर्ड को तोड़ने का सुनहरा मौका है। अंतर अब काफी कम हो गया है—तेंदुलकर के 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों से कोहली अब सिर्फ़ 16 शतक दूर हैं।
इस लक्ष्य को हासिल करने में कोहली का शानदार प्रदर्शन उल्लेखनीय है। अब उनके नाम वनडे में सबसे ज़्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड है, उन्होंने 2023 वनडे विश्व कप के दौरान तेंदुलकर के 49 शतकों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। उनके 53 वनडे शतक किसी भी बल्लेबाज़ द्वारा किसी भी एक प्रारूप में बनाए गए सबसे ज़्यादा शतक हैं, जिन्होंने तेंदुलकर के 51 टेस्ट शतकों के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।
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गायकवाड़ का सफलता का क्षण
रायपुर का मैच सिर्फ़ कोहली के बारे में नहीं था। रुतुराज गायकवाड़ ने अपना पहला वनडे शतक जड़ा और 83 गेंदों पर 105 रन बनाकर साबित कर दिया कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए तैयार हैं। दोनों ने 195 रनों की साझेदारी की, जिसने भारत को जीत की ओर अग्रसर किया और भारत की बल्लेबाज़ी की गहराई को उनके स्थापित सितारों से भी आगे दिखाया।
ये सदियाँ क्यों मायने रखती हैं
ये सिर्फ़ आँकड़े नहीं हैं—ये बयान हैं। वनडे सीरीज़ से पहले, कोहली के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भविष्य को लेकर काफ़ी चर्चाएँ हुई थीं। लगातार दो शतकों के साथ, उन्होंने निश्चित रूप से सभी सवालों को शांत कर दिया है।
37 साल की उम्र में, जब कई क्रिकेटर संन्यास लेने के बारे में सोच रहे हैं, कोहली अपने खेल को निखारना जारी रखे हुए हैं। उनका स्ट्राइक रेट अभी भी प्रभावशाली है, उनका शॉट चयन लाजवाब है, और रनों की उनकी भूख कम नहीं हुई है। हर शतक आधुनिक युग के सबसे महान वनडे बल्लेबाज़ के रूप में उनकी विरासत को और मज़बूत करता है।

100 अंतर्राष्ट्रीय शतकों की राह
कोहली के नाम अब तक 84 अंतरराष्ट्रीय शतक दर्ज हैं और उन्हें तेंदुलकर के अमर रिकॉर्ड की बराबरी करने के लिए 16 और शतकों की ज़रूरत है। उनकी मौजूदा फ़ॉर्म और 2027 विश्व कप से पहले भारत के व्यस्त वनडे कार्यक्रम को देखते हुए, यह उपलब्धि हासिल करना लगभग नामुमकिन सा लग रहा है।
गणित सीधा है: अगर कोहली अपनी हालिया रन बनाने की गति को बरकरार रखते हैं और चोटों से मुक्त रहते हैं, तो वे अगले 18-24 महीनों में तेंदुलकर के रिकॉर्ड को चुनौती दे सकते हैं। दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों के लिए अब हर पारी देखने लायक हो गई है।
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आगे क्या होगा?
भारत अभी सीरीज़ में 2-0 से आगे है और एक मैच बाकी है। कोहली का फॉर्म बताता है कि उनका खेल अभी खत्म नहीं हुआ है—जैसे-जैसे सीज़न आगे बढ़ेगा, उनसे और भी रिकॉर्ड तोड़ने वाले प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है। अब उनका ध्यान फिटनेस, निरंतरता और रनों की उस अदम्य भूख को बनाए रखने पर है जिसने उनके शानदार करियर को परिभाषित किया है।
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पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1: सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड की बराबरी करने के लिए विराट कोहली को कितने शतकों की आवश्यकता है?
विराट कोहली के नाम फिलहाल 84 अंतरराष्ट्रीय शतक (53 वनडे, 30 टेस्ट, 1 टी20 अंतरराष्ट्रीय) हैं और उन्हें सचिन तेंदुलकर के 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों (51 टेस्ट, 49 वनडे) के महान रिकॉर्ड की बराबरी करने के लिए 16 और शतकों की ज़रूरत है। उनकी मौजूदा रन गति और 2027 विश्व कप तक भारत के व्यस्त वनडे कार्यक्रम को देखते हुए, अगर वह फिट रहे और अपनी असाधारण फॉर्म बरकरार रखे, तो यह उपलब्धि उनकी पहुँच में है।
प्रश्न 2: क्रिकेट इतिहास में कोहली का 84वां शतक क्या खास बनाता है?
यह शतक कई कारणों से महत्वपूर्ण है: यह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगातार शतकों का हिस्सा है, घरेलू धरती पर उनका 40वाँ अंतरराष्ट्रीय शतक (तेंदुलकर के बाद दूसरा), और उनका 53वाँ एकदिवसीय शतक—किसी भी बल्लेबाज द्वारा किसी भी एक प्रारूप में सर्वाधिक, जो तेंदुलकर के 51 टेस्ट शतकों को पीछे छोड़ देता है। इसके अलावा, इसने टीम में उनकी जगह पर सवाल उठाने वाले आलोचकों का मुँह बंद कर दिया और यह दर्शाया कि 37 साल की उम्र में भी, वह क्रिकेट के सबसे ज़बरदस्त बल्लेबाज़ों में से एक हैं और 2027 के विश्व कप में उनकी महत्वाकांक्षाएँ पूरी तरह बरकरार हैं।
