चैंपियंस ट्रॉफी 2025: आईसीसी ने कथित तौर पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को निर्देश दिया है कि वह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के अपने नियोजित दौरे को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) से रद्द कर दे। यह निर्णय भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा उठाई गई कड़ी आपत्तियों के बाद लिया गया है, जिसमें दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रहे भू-राजनीतिक तनाव को उजागर किया गया है।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025: बीसीसीआई के विरोध के बाद आईसीसी ने पीओके में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का दौरा रद्द किया
पीओके दौरे की योजना से विवाद पैदा हुआ
पीसीबी ने 16 नवंबर से चैंपियंस ट्रॉफी ट्रॉफी टूर की शुरुआत की थी, जिसमें स्कार्दू, हुंजा, मुर्री और मुजफ्फराबाद सहित पीओके के शहरों का दौरा करने की योजना थी। हालांकि, इस कदम का बीसीसीआई ने तीखा विरोध किया, जिसने विवादित क्षेत्रों को यात्रा कार्यक्रम में शामिल करके क्रिकेट का राजनीतिकरण करने के लिए पीसीबी की आलोचना की।
पीसीबी ने तर्क दिया था कि खेलों को राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए, लेकिन भारत द्वारा दावा किए जाने वाले क्षेत्र पीओके को शामिल करने के उसके फैसले ने तनाव को और बढ़ा दिया। बीसीसीआई ने क्षेत्रीय संवेदनशीलता और लंबे समय से चली आ रही सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए आईसीसी के समक्ष आधिकारिक रूप से अपना विरोध दर्ज कराया, जिसके कारण शासी निकाय को हस्तक्षेप करना पड़ा।
बीसीसीआई का रुख और आईसीसी की प्रतिक्रिया
बीसीसीआई सचिव जय शाह, जो जल्द ही आईसीसी चेयरमैन की भूमिका संभालने वाले हैं, ने पीसीबी की योजनाओं पर भारत की आपत्ति का नेतृत्व किया। आईसीसी ने तुरंत ट्रॉफी टूर के कार्यक्रम में संशोधन किया, जिसमें विवादास्पद स्थलों को सूची से हटा दिया गया। यह टूर अब इस्लामाबाद से शुरू होगा और अन्य पाकिस्तानी शहरों में जाएगा, लेकिन इसमें पीओके शामिल नहीं होगा।
आईसीसी के एक अधिकारी ने कहा, “यह निर्णय आईसीसी की इस प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि क्रिकेट तटस्थ बना रहे और राजनीतिक बयानबाजी का मंच न बने।”
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का बड़ा विवाद
यह विवाद चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी के अधिकार को लेकर चल रहे व्यापक विवाद का हिस्सा है। पाकिस्तान को इस प्रमुख आईसीसी आयोजन की मेजबानी के अधिकार दिए गए हैं, लेकिन भारत ने पाकिस्तानी धरती पर मैच आयोजित होने पर इसमें भाग लेने से इनकार कर दिया है।
बीसीसीआई ने अपने फैसले के पीछे मुख्य कारण सुरक्षा चिंताओं को बताया है, जिसकी जड़ 2008 के मुंबई आतंकी हमलों और उसके बाद के तनावपूर्ण संबंधों में है। भारत और पाकिस्तान ने एक दशक से भी अधिक समय से द्विपक्षीय क्रिकेट संबंधों से परहेज किया है, वे केवल तटस्थ स्थानों पर आईसीसी आयोजनों में ही मिलते हैं।
पीसीबी की प्रतिक्रिया और हाइब्रिड मॉडल वार्ता
पीसीबी ने भारत के रुख पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चेतावनी दी है कि अगर उसे हाइब्रिड मॉडल स्वीकार करने के लिए मजबूर किया गया तो वह चैंपियंस ट्रॉफी से हट सकता है। पीसीबी के चेयरमैन मोहसिन नकवी ने पाकिस्तान की समझौता करने की अनिच्छा पर जोर दिया: “हम चैंपियंस ट्रॉफी को पाकिस्तान में आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हाइब्रिड मॉडल एक विकल्प नहीं है जिस पर हम इस समय विचार कर रहे हैं।”
पाकिस्तान की आपत्तियों के बावजूद, रिपोर्टों से पता चलता है कि यदि गतिरोध जारी रहता है तो आईसीसी टूर्नामेंट को भारत या दक्षिण अफ्रीका जैसे वैकल्पिक मेजबानों के पास स्थानांतरित करने पर विचार कर सकता है।
आईसीसी का मध्यस्थता का प्रयास
आईसीसी ने सभी हितधारकों की चिंताओं का सम्मान करते हुए टूर्नामेंट की विश्वसनीयता बनाए रखने के महत्व पर जोर देते हुए मध्यस्थता करने का प्रयास किया है। हाल के घटनाक्रमों से संकेत मिलता है कि आईसीसी अधिकारी गतिरोध को हल करने के लिए संभावित समझौते के रूप में तटस्थ स्थानों पर विचार कर रहे हैं।
पीसीबी और बीसीसीआई के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है, ऐसे में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के कूटनीतिक विवाद का विषय बनने का खतरा है। हालांकि आईसीसी द्वारा पीओके दौरे को रद्द करने का फैसला क्रिकेट को राजनीतिक विवादों से दूर रखने के उसके प्रयासों को दर्शाता है, लेकिन टूर्नामेंट का भविष्य अनिश्चित बना हुआ है।
फिलहाल, क्रिकेट जगत इस उच्च-दांव वाले नाटक पर करीबी नजर रख रहा है, तथा ऐसे समाधान की उम्मीद कर रहा है जिसमें भू-राजनीतिक संवेदनशीलताओं का सम्मान करते हुए खेल की भावना को संरक्षित रखा जाए।
पूछे जाने वाले प्रश्न
ICC ने POK में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का दौरा क्यों रद्द कर दिया?
बीसीसीआई की आपत्ति के बाद आईसीसी ने राजनीतिक संवेदनशीलता और पीओके क्षेत्र पर विवाद का हवाला देते हुए दौरा रद्द कर दिया
क्या भारत ने आधिकारिक तौर पर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भाग लेने से इनकार कर दिया है?
हां, भारत ने सुरक्षा और राजनीतिक चिंताओं के कारण आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान की यात्रा करने से इनकार कर दिया है।